KYC क्या है – दोस्तों, इस पोस्ट पर जानेगें की केवाईसी क्या होता है आपने KYC शब्द जरुर सुना होगा पर क्या आप इसके बारे में जानते है अगर नहीं जानते हो तो जानेगें की केवाईसी क्या है और कैसे करे जब आप ऑनलाइन अकाउंट ओपन करवाते है तो आपसे आधार कार्ड, पेन कार्ड डिटेल्स सबमिट करने को कहा जाता है या आपका बैंक अकाउंट बंद हो गया है तो भी केवाईसी फॉर्म सबमिट करने को कहते है।

केवाईसी 2 तरह की जाती है ऑफलाइन केवाईसी, ऑनलाइन आधार- आधारित बायोमीट्रिक प्रमाणीकरण (Aadhaar Paperless) ई केवाईसी जो आजकल काफी चर्चा में है. पहली बार ऑनलाइन निवेश करने से पहले आपसे केवाईसी फॉर्म सबमिट करना होता है जब आप बैंक अकाउंट, फ़िक्स डिपॉज़िट, म्यूच्यूअल फंड में निवेश करते है एक KYC प्रक्रिया को पूरा करने पर आप 50,000 अधिक ट्रांसक्शन करने में मदद करता है।
KYC क्या है
आधार कार्ड आईडी इलेक्ट्रॉनिक पता या ई-केवाईसी बैंकों जैसे संगठनों द्वारा उपयोग किए जाने वाले एड्रेस प्रूफ होता है जो आधार निवासियों को इसे इलेक्ट्रॉनिक रूप से एक पते के आधार पर प्रस्तुत करने की स्वीकार करता है, जो आधार कार्ड की आईडी प्रूफ होता है।
अब आप आधार कार्ड से केवाईसी भी कर सकते है या किसी कंपनी का प्रीपैड व पोस्टपैड सिम कार्ड कनेक्शन लेते है तो आपसे आधार कार्ड नंबर या बायोमीट्रिक थम्भ से केवाईसी होता है और आपका डिजिटल फोटो खींची जाती है।
KYC क्यों किया जाता है
भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों और वित्तीय संस्थानों के लिए उन सभी ग्राहकों की पहचान और पते को सत्यापित करना अनिवार्य कर दिया है जो उनके साथ वित्तीय लेनदेन करते है. केवाईसी के आधार पर बिना किसी परेशानी के लेनदेन करने के लिए किया जाता है केवाईसी एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके माध्यम से कोई बैंक या संस्थान अपने ग्राहक की पहचान और पते की वेरीफाई करती है।
अगर आप ऑनलाइन Phone Pe, Amazon Pay, Paytm Wallet पर 10,000 अधिक ट्रांसक्शन, मोबाइल रिचार्ज करते है तो आपको केवाईसी करने कहा होगा केवाईसी वेरिफिकेशन हो जाने के बाद आपका ट्रांसक्शन लिमिट बढ़ जाती है।
केवाईसी डाक्यूमेंट्स के लिए क्या चाहिए
- आधार कार्ड
- पेन कार्ड
- वोटर आईडी
- ड्राइविंग लाइसेंस
- पासपोर्ट
- नरेगा कार्ड
- बिजली बिल
बैंक KYC क्या है
बैंक में केवाईसी कब किया जाता है जब आप अकाउंट ओपन या आप बैंक से 6 से 1 साल तक लेन-देन नहीं करते है या अकाउंट पर ट्रांसक्शन नहीं होता है तो बैंक आपका अकाउंट को केवाईसी वेरफिकेशन में डाल देते है. बैंक से केवाईसी करवाने के लिए आपको आईडी प्रूफ देना पड़ता है जो खाते पर नाम है उस आधार कार्ड के साथ 2 पासपोर्ट साइज फोटो के साथ केवाईसी फॉर्म में सबमिट करना पड़ता है।
बैंक में बैंक केवाईसी डाक्यूमेंट्स में आपसे आधार कार्ड, पेन कार्ड मांगते है और आपको 100 रुपये डिपॉज़िट करने को भी कहते है क्युकी अकाउंट चालू करने के लिए ट्रांसक्शन करना होता है।
KYC कैसे करे
अब आती है की ऑनलाइन केवाईसी कैसे करते है 2 तरह की जाती है बायोमीट्रिक आधार केवाईसी, आधार पेपरलेस ई-केवाईसी अगर आप नहीं जानते है इसके बारे में जानना आवश्यक है आधार कार्ड से केवाईसी करवाने पर 12 अंक आधार नंबर डालने के बाद बायोमीट्रिक डिवाइस पर थम्भ लगाकर केवाईसी कर सकते है।
दूसरा आप आधार OTP सबमिट करके केवाईसी कर सकते है आपने आधार कार्ड सेंटर या सरकारी योजना लोक सेवा केंद्र (CSC) पर देखा होगा जनसंख्या सर्वे होने पर आधार OTP केवाईसी होता है।
KYC के फायदे
- अगर आप केवाईसी करवाते है तो बंद हुआ खाता फिर से चालू हो जाती है।
- बैंक केवाईसी फॉर्म भरवाकर अपने ग्राहक का वर्तमान पते को पता लगा लेती है।
- अगर आप बैंक आपसे केवाईसी करवाता है तो उस खाता पर किसी प्रकार का समस्या आने आपसे तुरंत सम्पर्क करते है।
- बैंक में केवाईसी अपडेट हो जाने पर आपका खाता सुरक्षित हो जाती है उस खाता दूसरा व्यक्ति फ्रॉड नहीं कर सकता है।
- बैंक में आधार केवाईसी डाक्यूमेंट्स अपडेट हो जाने पर आपके पते पर आसानी से एटीएम कार्ड, चेकबुक को भेज दिया जता है और मोबाइल पर मैसेज अलर्ट के साथ ट्रांसक्शन बढ़ जाती है या आप महीने ट्रांसक्शन लिमिट को सेट करा सकते है।
- बैंक में आधार केवाईसी होने पर सरकारी योजना के तहत पैसे भेजने पर DBT के माध्यम से आपके बैंक अकाउंट पर जमा हो जाती है।
आवश्यक सूचना
बैंक या वित्तीय संस्थाओं द्वारा आपसे कभी भी कॉल के माध्यम से केवाईसी करवाने के लिए कॉल नहीं करते है और नहीं आपसे कॉल पर मोबाइल OTP देने को नहीं कहते है इससे आप सावधान रहिये अगर आपको ऐसा कोई कॉल कट कर देना है नहीं तो आपको आर्थिक धन की हानि हो सकता है।
KYC क्या है इसे जानने के हमने वीडियो Embed कर दिया है
Q: 1. KYC का क्या मतलब होता है?
Ans: बैंक या सरकारी दफ्तर, कंपनियां किसी संस्था अपने ग्राहक का पहचान को सत्यापित करने के लिए पासपोर्ट फोटो, पते, पहचान के लिए आधार कार्ड, पेन कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस पर दिए गए डिटेल्स केवाईसी दस्तावेज कहते है।
Q: 2. KYC का फुल फॉर्म क्या होता है?
Ans: KYC का फुल फॉर्म Know Your Customer होता है इसे हिंदी में “अपने ग्राहक पहचानो” होता है केवाईसी फॉर्म भरवाना अनिवार्य है इसके बिना आप सिमित सुविधा को ही इस्तमाल कर सकते है।
Q: 3. केवाईसी का क्या महत्व होता है?
Ans: बैंक व वित्तीय संस्थाओं में केवाईसी (KYC) बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इस प्रक्रिया से व्यक्ति का असली पहचान के बारे में पता चलता है यदि आवेदक की केवाईसी प्रक्रिया पूरी हो जाती है तो इससे जालसाज़ी या धोखाधड़ी की संभावना कम हो जाती है।
अंतिम शब्द
दोस्तों, इस पोस्ट पर हमने बताया है की KYC क्या है और बैंक में केवाईसी कैसे करे इसके क्या फायदे, केवाईसी डाक्यूमेंट्स क्यों जरूरी है इसके बारे में बता दिया है हमारा यह पोस्ट कैसा लगा हमें कमेंट करके बताए अगर आपके मन में इस पोस्ट से जुड़ी कोई सवाल व सुझाव हो तो Comment करके जरुर बताए
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Number kyc Karna ha
aap aadhar card linkd mobile number se number kyc kar sakte hai